नई दिल्ली: प्रधानमंत्री के रूप में दूसरे कार्यकाल की शुरुआत करने जा रहे नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार अब नई ऊर्जा के साथ, नए भारत के निर्माण के लिए नई यात्रा शुरू करेगी. मोदी ने एनडीए के नवनिर्वाचित सांसदों से बिना भेदभाव के काम करने को भी कहा. बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का नेता चुने जाने के बाद अपने करीब 75 मिनट के भाषण में मोदी ने अल्पसंख्यकों का भी विश्वास जीतने की जरूरत बताते हुए कई बाते कही।
इस कार्यक्रम का आयोजन संसद के सेंट्रल हॉल में किया गया था. मोदी ने अपने संबोधन में अल्पसंख्यकों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें देश आजाद होने के बाद से हमेशा छला ही गया. जिसे अब भविष्य में किसी भी हाल में नहीं होने दिया जाएगा।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि अल्पसंख्यकों के साथ वोटबैंक की राजनीति को अंजाम दिया गया. जैसे इस देश में राजनीतिक पार्टियों ने गरीबों को छला वैसा ही कुछ अल्पसंख्यकों के साथ भी हुआ. यह दुर्भाग्य रहा कि देश के अल्पसंख्यकों के साथ छलावा कर उन्हें भ्रमित और डरा कर रखा गया. कभी भी उनके स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे मुद्दों की चिंता नहीं की गई. मोदी ने सांसदों को कहा कि अब मैं आप सभी से यह उम्मीद करता हूं कि हमें इस छल को खत्म करना है और उन लोगों का पूरा विश्वास जीतना है।
For 70 years, India’s poor were betrayed. In the last 5 years, an effort was made to change this culture.
Similarly, for 70 years, minorities were treated only as vote banks. ‘Sabka Saath, Sabka Vikas, Sabka Vishwas’ aims to correct this wrong and work towards real empowerment. pic.twitter.com/TtzXq9Qd8L
— Narendra Modi (@narendramodi) May 25, 2019
इस दौरान मोदी ने कहा कि लोगों ने हम पर विश्वास किया है, यही कारण है कि हम फिर सत्ता में आए हैं. जब विश्वास होता है तभी प्रो इंकंबेंसी वेव आती है. यह विश्वास की डोर से ही बंधी हुई है. लोगों ने इसलिए वोट किया क्योंकि वे हमारी सरकार को लाना चाहते थे. इसी सकारात्मक सोच ने इतना बड़ा जनादेश दिया है।