गुजरात के सूरत में पुलिस को बड़े स्तर पर नकली नोट छापने वाले एक गिरोह की जानकारी मिली है. जिसमें मंदिर के अंदर नकली नोट छापने का काम चल रहा था. उस मंदिर में से साधु को 50 लाख रुपए के नकली नोट के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है. इससे पहले गुजरात और महाराष्ट्र में भी आश्रम और मंदिर की आड़ में हथिया’रों का जखीरा स्मैक के साथ पकड़ा गया था.
दरअसल गुजरात की सूरत की पुलिस के क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली कि बड़े पैमाने पर मंदिर के अन्दर नकली नोट छापने का काम चल रहा है. इसके बाद वहां क्राइम ब्रांच ने दबिश दी और 50 लाख रुपए के नकली नोटों सहित एक साधू को गिरफ्तार किया है.
गुजरात के सूरत में, मंदिर से 50 लाख के नकली नोटों के साथ साधू गिरफ्तार
सूरत पुलिस ने नक़ली नोटों के कारोबार में लिप्त प्रतीक नाम के एक व्यक्ति को, 4 लाख 6 हज़ार रुपए के नकली नोटों के साथ धर दबोचा. इसके बाद जब उससे और पूछताछ की गई, तो इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ.
इस पूछताछ में पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले, जिसमें प्रतीक नाम के इस शख्स की निशानदेही पर सूरत की क्राइ’म ब्रांच ने नकली नोट छापने के कारोबार में लिप्त पिता और पुत्र प्रवीण चोपड़ा और कालू चोपड़ा को गिरफ्तार किया.
इसके बाद पिता पुत्र से भी पूछताछ की गई, तब पता चला कि गुजरात के खेड़ा जिले में नकली नोटों को छापने का कारोबार होता था.
इसके बाद इन पिता पुत्र से जानकारी ली गयी, जिसके बाद उन्होंने एक निर्माणाधीन “स्वामीनारायण मंदिर” से राधारमण स्वामी नाम के एक साधु को गिरफ्तार किया.
सूरत क्राइ’म ब्रांच ने इस साधू के पास से 50 लाख रुपए के नकली नोट भी बरामद किये हैं. पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि इनका गिरोह अब तक पाँच-दस हज़ार के नकली नोट ही बाजार में चला पाया था.
डीएसपी राहुल पटेल के अनुसार बताया जा रहा है कि अभी इनसे और पूछताछ की जाएगी. इस गिरोह के तार और भी लंबे होने का अनुमान है.
साधु स्वामीनारायण दुसरे उन सभी लोगों तक पहुंचने में अहम कड़ी साबित हो सकता है, जो नकली नोट को छापने और बाज़ार में खपाने का काम कर रहे हैं.
इतनी बड़ी मात्रा में नकली नोटों को छापने का कारोबार दो चार लोग नहीं चला सकते, गुजरात पुलिस को अब इसमें कई और भी लोगों के शामिल होने की भी आशं’का है. source: Aaj Tak